कभी-कभी सब छोड़-छाड़कर भाग जाने का मन करे, तो क्या करें?


 कभी-कभी सब छोड़-छाड़कर भाग जाने का मन करे, तो क्या करें?


शमशान घाट चले जाएं। अपने परिवार की एक फोटो लेकर सिर्फ़ दो घण्टे बैठ जाएं, उठती हुई चिता की लपटों में खो जाएं। आपको अपनी सारी तकलीफ चिंता, दुःख, परेशानी, उम्मीदें, कर्ज, झगड़े, डिग्री, बीमारी सब कुछ उन चिताओं की आग में जलती हुई दिखेगी।


एक मिनट के लिए सोचें कि आप से पहले भी आप से अच्छे लोग थे और आप के बाद भी होंगे लेकिन सबकी अंतिम अवस्था बस एक लोटा भर राख है। फिर जेब से अपने परिवार की फ़ोटो निकल कर एक बार सबका चेहरा देखें। फिर सोचें कि महादेव ने आपको परिवार के रूप में कितना कीमती तोहफ़ा दिया है। अगर आप भागे तो दुनियां के एक कुत्ते तक को आप के भाग जाने का घंटा भर फरक नहीं पड़ेगा लेकिन इस परिवार का क्या होगा। फिर एक लोटा खरीदें, उसमे गंगाजल लेकर अपनी सारी परेशानियों को उसी गंगाजल में घोलकर भोलेनाथ को चढ़ा कर लौट आएं और भरोसा रखें कि जो कामदेव को एक सेकेंड में भस्म कर सकते हैं वो आपकी परेशानियों को भी भस्म कर देंगे।