भगवान कहाँ है, संसार मे जो कुछ प्राकृतिक है, वो सब भगवान की महिमा है, और जो कुछ कृत्रिम है, वो सब मानव (विज्ञान) की महिमा है,


 भगवान कहाँ है, संसार मे जो कुछ प्राकृतिक है, वो सब भगवान की महिमा है, और जो कुछ कृत्रिम है, वो सब मानव (विज्ञान) की महिमा है, और सबसे बड़ी बात मानव भी प्राकृतिक है, मानव जीवन ईस्वर की सबसे बड़ी महिमा है, मानव जीवन का उद्देश्य अध्यात्म रूप में भगवान का स्मरण करते हुये सांसारिक कार्य, या विज्ञान रूप में केवल सांसरिक कार्य को प्राथमिकता, सबकी अपनी अपनी समझ, सबकी अपनी अपनी प्राथमिकता