नानक देव कहते हैं, एक ही साधना है--उसकी मर्जी


 नानक कहते है  एक ही साधना है उसकी मर्जी। जैसे ही तुम्हें खयाल आएगा उसकी मर्जी का, तुम पाओगे भीतर सब हलका हो जाता है। एक गहन शांति, एक वर्षा होने लगती है भीतर, जहां कोई तनाव नहीं, कोई चिंता नहीं।