ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, बृहस्पति ग्रह के खराब होने के कई लक्षण होते हैं:
आंखों में तकलीफ़ होना
मकान और मशीनों की खराबी
अनावश्यक दुश्मन पैदा होना
धोखा होना
सांप के सपने आना
सोना खो जाना या उसे गिरवी रख देना
व्यक्ति के संबंध में व्यर्थ की अफ़वाहें उड़ाई जाना
पेट संबंधी समस्याएं जैसे कि गैस, कब्ज, अपच
सांस, फेफड़े, गले में दर्द
पेट की सूजन या इससे संबंधित रोग
मानसिक चिंता
आर्थिक हानि
स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां
शिक्षा में अकारण अनेक बाधाएं
जीवन में सम्मान की कमी
धन की हानि
ज़रूरी कामों में रुकावटें आना
विवाह में अड़चन
कार्य सफल न होना
बालों का झड़ना
उन सभी गलतियों के लिए दोषी ठहराया जाना जो आपने कभी नहीं की
समाज में वास्तविक प्रसिद्धि नहीं मिल पाना
दूसरों को अपनी बात समझाने में कठिनाई महसूस होना
बृहस्पति के अशुभ होने पर व्यक्ति के विवाह में देरी होती है. पढ़ाई-लिखाई में बाधाएं आती हैं. मान-सम्मान में हानि और जॉब का संकट झेलना पड़ता है. ऐसे में बृहस्पति की कृपा पाने और इनसे जुड़े दोष को दूर करने के लिए हल्दी से जुड़े हुए धार्मिक उपाय कर सकते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार बृहस्पति देवता को पीला रंग बहुत पसंद है. यही वजह है कि उनकी पूजा में हल्दी का उपयोग विशेष रूप से किया जाता है.
बृहस्पतिवार को सुबह गांठ वाली पीली हल्दी को पीले धागे में बांधकर गले या बाजू में पहनें. ये उपाय पीले पुखराज की तरह काम करता है और बृहस्पति ग्रह को मजबूत करता है.
इन सात उपाय से दूर होगा बृहस्पति दोष
1. देवगुरु को खुश करने के लिए बृहस्पतिवार के दिन चने की दाल, हल्दी, पीले वस्त्र और बेसन के लड्डू आदि किसी योग्य ब्राह्मण को दान करें और केले के वृक्ष पर हल्दी मिश्रित जल चढ़ाएं.
2. सूर्य को हल्दी मिलाकर जल अर्पित करने से विवाह में आ रही हर अड़चन दूर होती है.
3. यदि आपको पेट से जुड़ी कोई दिक्कत है तो गुरुवार के दिन किसी मंदिर में अथवा किसी ब्राह्मण को हल्दी का दान करना अच्छा रहेगा. हल्दी की माला से मंत्र जाप इंसान को बुद्धिमान और ज्ञानी बनाता है.
4. हर दिन भगवान श्रीविष्णु की आराधना के बाद उनका हल्दी और चंदन का तिलक करें. किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए निकलते समय अपने माथे पर भी हल्दी का तिलक लगाएं, ऐसा करने से कार्यों में सफलता अवश्य मिलेगी.
5. देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन 'ॐ भगवते वासुदेवाय नमः' मंत्र का एक माला जाप करें. साथ ही भगवान विष्णु या उनके किसी भी अवतार को संभव हो तो पीले रंग के फल का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में बांटें.
6. घर में दुष्ट आत्माओं का प्रवेश को रोकने के लिए और सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि के लिए मुख्यद्वार के दोनों ओर गुरुवार के दिन हल्दी के स्वास्तिक लगाएं.
7. यदि आपका कारोबार मंदा चल रहा है, तो उसमें उन्नति के लिए आप गुरुवार के दिन हल्दी और केसर को पानी में मिलाकर उससे तिजोरी पर स्वास्तिक बनाएं. नियमित रूप से पूजा करें. व्यवसाय में उन्नति होगी.
