जीवन में हर इंसान को हर समय इतना तो जरूर याद रखना चाहिए, की सांसारिक जीवन को सही करने के साथ हमें अपने अगले जन्म की भी प्लानिंग करनी होती है, ये उसी तरह है जैसे नौकरी के बाद रिटायरमेंट की प्लानिंग, आप जीवन भर नौकरी में रहे, उसके बाद आपने रिटायरमेंट के लिए कुछ बचाकर नहीं रखा, तो जो जीवन भर आपका साथ निभाते रहे, वो सब आपसे धीरे धीरे दूर हो जायेंगे, उसी तरह हमें इस जीवन से रिटायर होने के बाद अगले जन्म की भी प्लानिंग करनी होती है, और इस जीवन से आप रिटायर हुए और आपने अगले जन्म के लिए कोई प्लानिंग नहीं की, तो फिर आप का अगला जन्म वैसा ही होगा, जैसे नौकरी से रिटायरमेंट के समय बिना कुछ सेविंग का जीवन, आगे के अच्छे जीवन के लिए आपको क्या सेविंग करनी है, ईश्वर नाम की सेविंग, अच्छे कर्मो की सेविंग, और अगर ये सेविंग आपके पास बहुत बड़ी मात्रा में है, तो या तो आप जीवन मुक्त हो जायेंगे, या फिर अगले जन्म में मनुष्य रूप धारण करेगें, और अगर आपने जीवन भर गलत कार्य किये, गलत तरीके से धन इकट्ठा किया, बेईमानी से, झूठ बोलकर, निर्दोषों को सताकर,उनका शोषण करके, (दोषियों को सजा देना तो ठीक है लेकिन अगर आप निर्दोषों को सजा देते हैं, तो ये आपके हित में नहीं है, )तो फिर आप मरने के बाद 84 लाख योनियों में भटकते रहेगें, और आप जिनके पोषण के लिए बेईमानी, मक्कारी, झूठ बोलकर, निर्दोषों को सताकर धन इकट्ठा कर भी रहे हैं, वो आपके मरने के बाद आपके साथ नहीं जायेंगे, आप गलत तरीके से धन कमाए, चाहें अच्छे तरीके से, जिनके लिए कमा रहे हैं, वो आपके साथ किसी भी परिस्थिति में नहीं जायेंगे, तो फिर आपके साथ मरने के बाद जायेगा क्या, जवाब है आपके अच्छे बुरे कर्म, इसलिए सबसे अच्छा तरीका तो यही है, की अपने परिवार के भरण पोषण के लिए ईमानदारी का धन कमाइये, जिससे आपके कर्म अच्छे रह सकें, ज्यादा नहीं तो कम से कम आधा घंटा ईश्वर नाम जप के लिए निकालिये, इससे आपका नुकसान कुछ नहीं होगा, और फायदा तो तो आप बड़े बड़े संत ज्ञानी महात्माओ से पूछ सकते हैं, एक बात तो निश्चित है, की आपके बुरे कर्म आपको अगली 84 लाख योनियों में भटकने पर मजबूर कर देंगे, और आपके अच्छे कर्म अगले जन्म में आपको अमीर या गरीब बनाये, वो अलग बात है, लेकिन आपको मनुष्य जन्म जरूर प्राप्त करवा देंगे, और कर्म बहुत ज्यादा अच्छे हुए तो आप जीवन मुक्त होकर परमात्मा के धाम में भी निवास कर सकते हैं, इसलिए अच्छे कर्म करिये,
जीवन में हर इंसान को हर समय इतना तो जरूर याद रखना चाहिए, की सांसारिक जीवन को सही करने के साथ हमें अपने अगले जन्म की भी प्लानिंग करनी होती है, ये उसी तरह है जैसे नौकरी के बाद रिटायरमेंट की प्लानिंग, आप जीवन भर नौकरी में रहे, उसके बाद आपने रिटायरमेंट के लिए कुछ बचाकर नहीं रखा, तो जो जीवन भर आपका साथ निभाते रहे, वो सब आपसे धीरे धीरे दूर हो जायेंगे, उसी तरह हमें इस जीवन से रिटायर होने के बाद अगले जन्म की भी प्लानिंग करनी होती है, और इस जीवन से आप रिटायर हुए और आपने अगले जन्म के लिए कोई प्लानिंग नहीं की, तो फिर आप का अगला जन्म वैसा ही होगा, जैसे नौकरी से रिटायरमेंट के समय बिना कुछ सेविंग का जीवन, आगे के अच्छे जीवन के लिए आपको क्या सेविंग करनी है, ईश्वर नाम की सेविंग, अच्छे कर्मो की सेविंग, और अगर ये सेविंग आपके पास बहुत बड़ी मात्रा में है, तो या तो आप जीवन मुक्त हो जायेंगे, या फिर अगले जन्म में मनुष्य रूप धारण करेगें, और अगर आपने जीवन भर गलत कार्य किये, गलत तरीके से धन इकट्ठा किया, बेईमानी से, झूठ बोलकर, निर्दोषों को सताकर,उनका शोषण करके, (दोषियों को सजा देना तो ठीक है लेकिन अगर आप निर्दोषों को सजा देते हैं, तो ये आपके हित में नहीं है, )तो फिर आप मरने के बाद 84 लाख योनियों में भटकते रहेगें, और आप जिनके पोषण के लिए बेईमानी, मक्कारी, झूठ बोलकर, निर्दोषों को सताकर धन इकट्ठा कर भी रहे हैं, वो आपके मरने के बाद आपके साथ नहीं जायेंगे, आप गलत तरीके से धन कमाए, चाहें अच्छे तरीके से, जिनके लिए कमा रहे हैं, वो आपके साथ किसी भी परिस्थिति में नहीं जायेंगे, तो फिर आपके साथ मरने के बाद जायेगा क्या, जवाब है आपके अच्छे बुरे कर्म, इसलिए सबसे अच्छा तरीका तो यही है, की अपने परिवार के भरण पोषण के लिए ईमानदारी का धन कमाइये, जिससे आपके कर्म अच्छे रह सकें, ज्यादा नहीं तो कम से कम आधा घंटा ईश्वर नाम जप के लिए निकालिये, इससे आपका नुकसान कुछ नहीं होगा, और फायदा तो तो आप बड़े बड़े संत ज्ञानी महात्माओ से पूछ सकते हैं, एक बात तो निश्चित है, की आपके बुरे कर्म आपको अगली 84 लाख योनियों में भटकने पर मजबूर कर देंगे, और आपके अच्छे कर्म अगले जन्म में आपको अमीर या गरीब बनाये, वो अलग बात है, लेकिन आपको मनुष्य जन्म जरूर प्राप्त करवा देंगे, और कर्म बहुत ज्यादा अच्छे हुए तो आप जीवन मुक्त होकर परमात्मा के धाम में भी निवास कर सकते हैं, इसलिए अच्छे कर्म करिये,
