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ईश्वर का निश्चित नियम

ईश्वर कहते हैं, निर्मल मन जन सोइ मोहि पावा, मोहि कपट छल छिद्र न भावा

अगले जन्म की प्लानिंग

बुरे कर्मों का फल व्यक्ति को दुख और संघर्ष में डाल सकता है।

ईर्ष्या एक ऐसा शब्द है जो मानव के खुद के जीवन को तो तहस-नहस करता है औरों के जीवन में भी खलबली मचाता है।

सादगी जीवन में सुंदरता और शांति का अहसास कराती है।

जीवन का परम उद्देश्य है शांति, शांत हो जाना, विकारों से शांत हो जाना,

खुद से वादा करिए, इस वर्ष सकारात्मक रहेंगे,

अच्छाई बढ़ेगी, तो आपकी बुराई अपने आप कम हो जायेगी

संसार में गालियों का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है

नो टाइम टेबल मैजिक technique

उमा कहहु मै अनुभव अपना...सत हरि भजन जगत सब सपना...