भक्ति की चरम सीमा और निर्भयता कैसे पता किया जाए, की भक्ति सच में प्रगाढ़ हो रही है, या ढोंग हो रहा है, इसका सबसे बड़ा सबूत है निर्भयता, जैसे जैसे भक्ति बढ़ती जायेगी, वैसे वैसे भक्त में निर्भयता बढ़ती जायेगी
भक्ति की चरम सीमा और निर्भयता कैसे पता किया जाए, की भक्ति सच में प्रगाढ़ हो रही है, या ढोंग हो रहा है, इसका सबसे बड़ा सबूत है निर्भयता, जैसे जैसे भक्ति बढ़ती जायेगी, वैसे वैसे भक्त में निर्भयता बढ़ती जायेगी