जन जन के राम , एक आदर्श पुत्र, आदर्श भाई, आदर्श पति, आदर्श पिता, आदर्श शिष्य, आदर्श योद्धा और आदर्श राजा
जन जन के राम , एक आदर्श पुत्र, आदर्श भाई, आदर्श पति, आदर्श पिता, आदर्श शिष्य, आदर्श योद्धा और आदर्श राजा
जीवन एक अवसर है स्वयं को जानने का, अपनी अंतर्निहित शक्ति और प्रतिभा को जानने और विकसित करने का । जीवन के असंख्य आयाम इन सभी आयामों में महत्तम विकसित होना और श्रेष्ठ और कल्याणकारी अस्तित्व और व्यक्तित्व का निर्माण करना ही जीवन का परम उद्देश्य है।