Posts

मनुष्य शरीर के समान कोई शरीर नहीं है

हमारी संस्कृति में आचरण की पवित्रता को सर्वोत्तम माना गया है।

परिवर्तन ही सच है

जा पर कृपा राम की होई, ता पर कृपा करे सब कोई

इस संसार का सबसे बेहतर रिश्ता माँ बाप का होता है

सांच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप।

भक्त बड़ा या भगवान

परिवार महत्वपूर्ण है

सच्ची तारीफ आपके जीवन को कितना सुखमय बना सकती है

परमेश्वर ही सत्य है.

लिखना है., मुझे भी कुछ गहरा सा, जिसे कोई भी पढे., समझ बस तुम सको..!!

कभी-कभी सब छोड़-छाड़कर भाग जाने का मन करे, तो क्या करें?

जय शिव,जय शिव, जय जय शिव, मेरे हैं वो तेरे शिव, जय शिव, जय शिव, जय जय शिव